जन धन खाता में 10 प्रतिशत का जेंडर गैप

  • विश्व बैंक द्वारा ‘मेकिंग इट इजियर टू अप्लाई फॉर अ बैंक अकाउंटः अ स्टडी ऑफ द इंडियन मार्केट’ शीर्षक से जारी रिपोर्ट के अनुसार भारत सरकार के प्फ़लैगशिप कार्यक्रम ‘जन धन योजना’ के तहत खोले गये बैंक खातों में 10 प्रतिशत का लैंगिक अंतराल मिलता है।
  • जन धन योजना के तहत खाता खुलवाने के लिए 73 प्रतिशत पुरुषों ने आवेदन किये। इसके मुकाबले 63 प्रतिशत महिलाओं ने बैंक खाते खुलवाने के लिए आवेदन किये।
  • बैंक खाता हेतु आवेदन में सर्वाधिक 21 प्रतिशत लैंगिक अंतराल मध्य प्रदेश में देखा गया।
  • खाता खुलवाने में आय के स्तर पर भी अंतराल देखा गया। 64 प्रतिशत गरीब वयस्कों के मुकाबले 71 प्रतिशत धनी वयस्कों ने खाता खुलवाने के लिए आवेदन किये।

प्रधानमंत्री जन धन योजना के बारे में
-प्रधानमंत्री जन धन योजना 28 अगस्त, 2014 को आरंभ हुयी थी।
-इस योजना के तहत खाताधारियों को 3000 रुपये की न्यूनतम बीमा के साथ एक लाख रुपये का दुर्घटना बीमा प्रदान किया जाता है।
-न्यूनतम बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती है।
-ओवरड्राप्फ़ट की सुविधा प्रदान की जाती है।
-रूपे डेविट कार्ड प्रदान किया जाता है।
-इस खाता में साल भर में एक लाख रुपये से अधिक की राशि जमा नहीं करायी जा सकती है।
-इस खाता से एक माह में 10,000 रुपये से अधिक की रकम नहीं निकाली जा सकती।
-इस खाता में एक समय में 50,000 से अधिक की राशि नहीं होनी चाहिये।

-एक सप्ताह (23-29 अगस्त) में 1.8 करोड़ बैंक खाता खोले गये जिसके कारण यह रिकॉर्ड गिनिज बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हो गया।

Written by 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *