ग्लोबल डील फॉर नेचर-प्रजातियों के संरक्षण के लिए प्रतिवर्ष 100 अरब डॉलर की जरूरत

  • साइंस एडवांस नामक पत्रिका में प्रकाश्तिा विश्व के शोधकर्त्ताओं की शोध रिपोर्ट ‘ग्लोबल डील फॉर नेचर’ (Global Deal for Nature) के मुताबिक विश्व की सरकारें यदि पारितंत्र को बचाने तथा वैश्विक तापवृद्धि को सीमित करने की इच्छा शक्ति रखती हैं तो उन्हें वर्ष 2030 तक पृथ्वी के 30 प्रतिशत धरातल को पूरी तरह सुरक्षित करना होगा अन्य 20 प्रतिशत को सतत तौर पर प्रबंधित करना होगा।
  • दरअसल ‘ग्लोबल डील फॉर नेचर’ विश्व के 19 अंतरराष्ट्रीय लेखकों द्वारा प्रस्तावित नई विज्ञान नीति है जिसे 22 अप्रैल, 2019 को पृथ्वी दिवस के अवसर पर जारी की गई। इन लेखकों में अमेरिका के एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ग्रेग एस्नर भी शामिल हैं।
    उपर्युक्त नीति के अनुसार पृथ्वी पर मौजूद जैविक विविधता एवं इसकी आधिक्यता को बचाए रखने के लिए प्रतिवर्ष 100 अरब डॉलर की राशि की जरूरत होगी।
  • उपर्युक्त नीतगत रिपोर्ट में कहा गया है कि पृथ्वी अभी तक पांच महाविलुप्ति (five mass extinctions) की घटनाएं देख चुकी हैं और छठी महाविलुप्ति (sixth mass extinctions) का खतरा पृथ्वी पर मौजूद है। छठी महाविलुप्ति मानव जनित हैं। अर्थात आज पृथ्वी पर जैव विविधता का जो नुकसान हो रहा है और प्रजातियां विलुप्त हो रही हैं उसके लिए मनुष्य व उसकी गतिविधियां जिम्मेदार है। इसे रोकने के लिए विश्व की सरकारों का आह्वान ‘ग्लोबल डील फॉर नेचर’ के माध्यम से की गई है।
  • ‘ग्लोबल डील फॉर नेचर’ जैव विविधता को बचाने का समयबद्ध एवं विज्ञान आधारित योजना है।

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