कंचनजंगा को यूनेस्को बायोस्फेयर का दर्जा

Photo Credit: UNESCO
  • यूनस्को के मैन एंड बायोस्फेयर रिजर्व (एमएबी) कार्यक्रम की इंडोनेशिया के पालेमबांग में 23-28 जुलाई, 2018 को रही बैठक के दौरान विश्व के 24 नए स्थलों को ‘यूनेस्को के वर्ल्ड बायोस्फेयर रिजर्व नेटवर्क’ में शामिल किया गया जिनमें भारत के सिक्किम स्थित कंचनजंगा स्थित बायोस्फेयर रिजर्व भी शामिल है।
  • कंचनजंगा के अलावा जिन अन्य 23 स्थलों को बायोस्फेयर रिजर्व घोषित किया गया, वे हैंः अर्ली (बुर्किना फासो), माउंट हुआंगशान (चीन), माउंट कुमगांग (उत्तर कोरिया), चोको एंडिनो डी पिचेंचा (इक्वाडोर), बरबक-सेम्बेलांग, बेटुंग केरीहुन दानौ सेंटारम कपुआस हूलू और रिनजानी-लंबोक (इंडोनेशिया), कोपेट-डैग (ईरान), मोंट पेग्लिया और वैल कैमोनिका-अल्टो सेबिनो (इटली), सिमानैम्पसोटसे-नोसी वी एंड्रोक (मेडागास्कर), लोअर प्रट (मोल्दोवा), क्विरंबस (मोजाम्बिक), माशेहेगेन (नीदरलैंड), चेरिन बायोस्फीयर रिजर्व और झोंगर बायोस्फीयर रिजर्व (कज़ाखस्तान), सनचेन बायोस्फीयर रिजर्व (दक्षिण कोरिया), माउंटेन यूराल्स (रूस), मुरा नदी (स्लोवेनिया), मैरिको (दक्षिण अफ्रीका), पोंगा (स्पेन), वाडी वारायह (संयुक्त अरब अमीरात) और गोम्बे मासिटो उगाल्ला (तंजानिया )।

कंचनजंगा बायोस्फेयर रिजर्व

  • कंचनजंगा बायोस्फेयर रिजर्व जिसे कंचनचेंदजोंगा भी कहा जाता है, नेपाल एवं तिब्बत की सीमा पर सिक्किम राज्य में स्थित है।
  • यह विश्व के सबसे ऊंचे पारितंत्रें में से एक है जिसकी ऊंचाई 1220 से 8586 मीटर तक है।
  • यह विश्व के 34 बायोडायवर्सिटी हॉट-स्पॉट में से एक है।
  • कंचनजंगा नेशनल पार्क को यूनेस्को ने वर्ष 2016 में विश्व विरासत स्थल का भी दर्जा प्रदान किया था।
  • यहां का भूदृश्य बौद्ध (बेयुल) एवं लेप्चा (मायेल ल्यांग) के लिए पवित्र है।
  • विश्व की तीसरी सबसे ऊंची चोटी कंचनजंगा भी यहीं स्थित है।

कंचनजंगा को मिलाकर भारत में यूनेस्को के कुल 11 बायोस्फेयर रिजर्व हो गये हैं। इनकी सूची इस प्रकार हैंः

  1. नीलगिरीः 2000
  2. मन्नार की खाड़ीः 2001
  3. सुंदरबनः 2001
  4. नंदा देवीः 2004
  5. नोकरेकः 2009
  6. पंचमढ़ीः 2009
  7. सिम्लीपालः 2009
  8. अचनकमार-अमरकंटकः 2012
  9. ग्रेट निकोबाररः 2013
  10. अगस्त्यमालाः 2016
  11. कंचनजंगाः 2018

मैन एंड बोयोस्फेयर कार्यक्रम

  • मैन एंड बाायोस्फेयर कार्यक्रम यूनेस्को ने 1970 के दशक में आरंभ किया गया था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों एवं उनके प्राकृतिक पर्यावरण के बीच संबंध को बढ़ाना है। इसके तहत प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग के द्वारा जैव विविधता के संरक्षण व मानव गतिविधियों के बीच संतुलन स्थापित किया जाता है।
  • विश्व में अभी 686 यूनेस्को बायोस्फेयर रिजर्व हैं जो 122 देशों में हैं जिनमें 20 एक से अधिक देशों में फैला है।

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