पृथ्वी के नीचे ‘एवरेस्ट से अधिक ऊंचा’ पहाड़ की खोज

  • वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के मैंटल में विशाल पहाड़ की खोज की है। यह खोज पृथ्वी के निर्माण के बारे में हमारी समझ में व्यापक परिवर्तन ला सकती है।
  • जर्नल साइंस में प्रकाशित अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार वैज्ञानिकों को बोलिविया का विशाल भूकंप के अध्ययन के दौरान इस विशाल पहाड़ के बारे में जानकारी प्राप्त हुयी। यह पहाड़ पृथ्वी से 660 किलोमीटर नीचे प्राप्त हुयी है। यह वह जगह है जहां ऊपरी एवं निम्न मैंटल अलग होता है।
  • इस पहाड़ को अभी ‘600 किलोमीटर सीमा’ (the 660-km boundary) नाम दिया गया है। वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि यह पहाड़ माउंट एवरेस्ट से भी अधिक ऊंचा हो सकता है।
  • उपर्युक्त अध्ययन अमेरिका के प्रिंस्टन विश्वविद्यालय एवं चीन की इंस्टीट्यूट ऑफ जियोडेसी एवं जियोफिजिक्स के वैज्ञानिकों ने किया।
  • वर्ष 1994 के बोलिविया के भूकंप, जो रिक्टर पैमाने पर 8.2 की तीव्रता वाला था और जो अब तक रिकॉर्ड किया गया दूसरा सर्वाधिक तीव्रता वाला भूकंप है, के डेटा विश्लेषण से वैज्ञानिक पहाड़ के अस्तित्व के बारे में जानकारी प्राप्त की। वैज्ञानिकों के अनुसार 7.0 या उससे अधिक तीव्रता वाले भूकंप सभी दिशाओं में कंपन प्रवाहित करता है और कोर होतेे हुए पृथ्वी की दूसरी ओर पहुंचता है।
  • सामान्तया पृथ्वी की आंतरिक संरचना की तीन परते हैंः क्रस्ट, मैंटल एवं कोर जो आंतरिक एवं बाह्य कोर में विभाजित है। परंतु वैज्ञानिकों द्वारा खोजे गए कई कोर इसमें समाहित नहीं हो पाता है।

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