पूर्वी तट पर गज चक्रवात का प्रकोप

  • उष्णकटिबंधीय चक्रवात ‘गज’ (Gaja) बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हुआ।
  • इस चक्रवात के 14 नवंबर, 2018 को तमिलनाडु व आंध्र प्रदेश के तट पर लैंडफॉल करने का अनुमान व्यक्त किया गया।
  • एक माह में भारत के पूर्वी तट को प्रभावित करने वाला यह दूसरा चक्रवात था। इससे पहले चक्रवात तितली से ओडिशा एवं आंध्र प्रदेश में अक्टूबर 2018 में 70 लोगों की मौत हो गई थी जिसे भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने ‘दुर्लभतम चक्रवात’ की संज्ञा दी थी।

चक्रवात का नामकरण

  • चक्रवात का नामकरण विभिन्न पूर्वानुमान केंद्रोें द्वारा किया जाता है ताकि पूर्वानुमान करने वाली संस्थाओं एवं आम लोगों के बीच इसके बारे में सूचना देने में आसानी होगी। एक ही समय में एक से अधिक चक्रवात की दशा में दुविधा को दूर करने के लिए इसका नामकरण किया जाता है।
  • चक्रवातों का नाम पहले तय कर लिया गया होता है और एक बार चक्रवात के 61 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से अधिक होने पर उसे नाम प्रदान कर दिया जाता है।
  • दक्षिण पूर्व एशिया में चक्रवातों का नामकरण विभिन्न देशों द्वारा किया जाता है। ‘गज’ जिसका अर्थ हाथी होता है, का नामकरण श्रीलंका ने किया था। वहीं तितली का नामकरण पाकिस्तान ने किया था।

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