सर्वोच्च न्यायालय में पहली बार तीन महिला न्यायाधीश

  • राष्ट्रपति ने 3 अगस्त, 2018 को मद्रास उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायामूर्ति श्रीमती इंदिरा बनर्जी, उत्तराखंड उच्च न्यायलय के मुख्य न्यायाधीश के.एम.जोसेफ तथा ओडिशा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश विनीत शरण को सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया।
  • भारत के सर्वोच्च न्यायालय के इतिहास में ऐसा पहली बार है जब एक साथ तीन महिलाएं न्यायाधीश हैं। न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी के अलावा न्यायमूर्ति आर. भानुमति एवं न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्र सर्वोच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश हैं।
  • न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी सर्वोच्च न्यायालय के इतिहास में आठवीं महिला न्यायाधीश हैं। उनसे पूर्व सर्वोच्च न्यायालय की सात अन्य न्यायाधीश रह चुकी/अभी हैंः न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) फातिमा बीबी, न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) सुजाता वी. मनोहर, न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) रूमा पाल, न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) ज्ञान सुधा मिश्रा एवं न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) रंजना प्रकाश देसाई, न्यायमूर्ति आर. भानुमति एवं न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्र।
  • 61 वर्षीया न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी लगभग चार और वर्ष (65 वर्ष तक) सर्वोच्च न्यायालय की न्यायाधीश रहेंगी।
  • इसके साथ ही राष्ट्रपति ने न्यायमूर्ति गीता मित्तल को जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया है। जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय के इतिहास में वह पहली महिला मुख्य न्यायाधीश होंगी।

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