श्री एम वेंकैया नायडु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वाले राज्य सभा के पहले सभापति बने

  • अपने अस्तित्व में आने के 76 वर्षों में पहली बार राज्य सभा ने अंतः संसदीय संवाद को बढ़ावा देने के लिए किसी विदेशी उच्च सदन के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है।
  • श्री एम वेंकैया नायडु ने जब 10 जुलाई 2018 को नई दिल्ली में रवांडा गणराज्य के सीनेट के आगंतुक अध्यक्ष श्री बर्नाड मकुजा के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया तो ऐसा करने वाले राज्य सभा के वह पहले सभापति बन गए।
  • सहयोग के 6 विषयों वाले इस एमओयू में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों एवं मित्रता को और आगे बढ़ाने के लिए अंतः संसदीय संवाद, संसदीय कर्मचारियों के क्षमता निर्माण, सम्मेलनों के आयोजन, फोरम, संगोष्ठियों, कर्मचारी संयोजन कार्यक्रमों, कार्यशालाओं एवं विनिमयों, क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय बहुस्तरीय संसदीय निकायों में आपसी हितों में सहयोग को बढावा देने की इच्छा जताई गई है।
  • श्री नायडु एवं श्री मकुजा ने आपसी हितों के लिए द्विपक्षीय हित के मुद्दों एवं सहयोग के अवसरों पर चर्चा की। उन्होंने 60 प्रतिशत महिला विधान मंडलों के लिए रवांडा के लोगों एवं संसद की सराहना की।
  • श्री मकुजा के नेतृत्व में तीन सीनेटर वाला शिष्टमंडल भारत की यात्रा करने वाला विशिष्ट रूप से किसी देश की राज्य सभा से जुड़ा पहला ऐसा शिष्टमंडल है। शिष्टमंडल के सदस्यों में राजनीतिक मामले एवं सुशासन पर सीनेट कमेटी की उप-सभापति सुश्री गेरट्रुड कजारवाह तथा विदेशी मामलों, सहयोग एवं सुरक्षा पर कमेटी की सदस्य सुश्री थेरेसे कागोआयर विशागारा शामिल हैं। यह शिष्टमंडल 09 से 11 जुलाई, 2018 के दौरान भारत की यात्रा पर है।

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