डीआरडीओ ने अल्ट्रा स्वच्छ यूनिट विकसित किया

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई), इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों, कपड़े सहित विभिन्न प्रकार की सामग्रियों को कीटाणुरहित करने के लिए अल्ट्रा स्वच्छ नामक एक कीटाणुशोधन यूनिट विकसित किया है।

  • इस उत्पाद को इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड एलाइड साइंसेज (आईएनएमएएस), डीआरडीओ की दिल्ली स्थित प्रयोगशाला, ने अपने औद्योगिक पार्टनर, मेसर्स जेल क्राफ्ट हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड, गाजियाबाद के साथ मिलकर विकसित किया है।
  • इस प्रणाली में एक उन्नत ऑक्सीडेटिव प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है, जिसमें कीटाणुशोधन के लिए कई अवरोध विघटन पद्धतियों को शामिल करके ओज़ोनेटेड स्पेस टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है।
  • यह प्रणाली विशेष ओजोन सीलेंट तकनीक के साथ द्वि-स्तरीय है, जो आवश्यक कीटाणुशोधन चक्र के लिए ओजोन का ट्रैपिंग सुनिश्चित करती है। इसमें पर्यावरण के अनुकूल निकासी के लिए उत्प्रेरक कनवर्टर भी लगे हुए हैं यानि केवल ऑक्सीजन और पानी की निकासी।
  • यह प्रणाली औद्योगिक, व्यावसायिक, व्यक्तिगत और पर्यावरण सुरक्षा के दृष्टिकोण से अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है। अल्ट्रा स्वच्छ दो रूपों में आता है जिनके नाम ओजोनेटेड स्पेस और त्रिनेत्र टेक्नोलॉजी है। त्रिनेत्र टेक्नोलॉजी ओजोन्टेड स्पेस और रेडिकल डिस्पेंसर का संयोजन है। त्वरित कीटाणुशोधन चक्र के लिए संक्रमण स्वचालन के साथ प्रतिपादन को अनुकूलित किया जाता है।
  • यह प्रणाली 15 एम्पीयर, 220 वोल्ट और 50 हर्ट्ज बिजली की आपूर्ति पर काम करती है। इस प्रणाली में सुरक्षा की विभिन्न विशेषताएं मौजूद हैं जैसे आपातकालीन शटडाउन, डोर इंटरलॉक, ड्यूल डोर, डिले साइकिल, और लीक मॉनिटर आदि जिससे लंबी अवधि के लिए सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित किया जा सके।

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