इक्विनू के कारण अधिक मानसूनी वर्षा

  • भारतीय विज्ञान संस्थान (Indian Institute of Science) के वैज्ञानिकों के मुताबिक जून से सितंबर 2019 के मानसूनी मौसम के देर से शुरु होने के बावजूद भारत में अत्यधिक वर्षा के लिए मुख्य तौर पर सकारात्मक विषुवतीय हिंद महासागर दोलन यानी इक्विनू (Equatorial Indian Ocean Oscillation :EQUINOO) जिम्मेदार रहा है।
  • करेंट साइंस जर्नल में 10 सितंबर, 2019 को प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक इक्विनू वस्तुतः पूर्वी एवं पश्चिमी हिंद महासागर (western equatorial Indian Ocean: WEIO) में बादल का अधिक निर्माण (ऑसिलेशन) है।
  • सकारात्मक इक्विनू का मतलब है पश्चिमी हिंद महासागर के ऊपर समुद्री तल तापमान का 27.5 डिग्री सेेल्सियस से अधिक होना। यह अत्यधिक बादल निर्माण के लिए उत्प्रेरक का काम करता है।
  • भारतीय मौसम विज्ञान के मुताबिक 9 सितंबर, 2019 तक भारत में 792 एमएम वर्षा हुयी थी जो कि सामान्य वर्षा 737 एमएम से अधिक है।

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