सिंगापुर में मंकीपॉक्स का मामला, जानें क्या है मंकीपॉक्स?

  • सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 9 मई, 2019 को इस बात की पुष्टि की कि नाईजीरिया व्यक्ति जो 28 अप्रैल, 2019 को सिंगापुर आया था उसमें मंकीपॉक्स के लक्षण पाए गए। स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक सिंगापुर में आने से पहले उसने बुशमीट खाया था जो वायरस का स्रोत था।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक उसकी स्थिति अब स्थिर है।

क्या है मंकीपॉक्स?

  • मंकीपॉक्स वायरस (Monkeypox virus) ऑर्थोपोक्सवायरस है जिसे वायरल रोग होता है और इसके लक्षण मानव स्मॉलपॉक्स के समान ही होता है।
  • हालांकि स्मॉलपॉक्स को 1980 में विश्व में उन्मूलन घोषित कर दिया गया परंतु मंकीपॉक्स अभी भी मध्य एवं पश्चिमी अफ्रीका के सुदूर क्षेत्रों में अस्तित्व में है।
  • यह प्राथमिक रूप से संक्रमित जानवरों (रॉडेंट्स व प्राइमेट्स) से प्रसारित होता है। जूनॉटिक रोग होने से यह जानवरों से मानव में प्रसारित होता है। मानव से मानव में इसके प्रसार की सीमित संभावना होती है।
  • वैसे इस रोग की कोई विशेषीकृत टीका मौजूद नहीं है परंतु विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है कि मंकीपॉक्स को रोकने में पूर्व स्मॉलपॉक्स टीका अधिक प्रभावी रही है।
  • मानव मंकीपॉक्स से मानव के संक्रमित होने का पहला मामला 1970 में लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो (तब इसे जायरे कहा जाता था) में 9 वर्षीय बालक में सामने आया था। उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र में 1968 में ही स्मॉलपॉक्स का उन्मूलन हो गया था।

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