आधार कार्ड के लिए वर्चुअल आईडी (Virtual ID) की शुरुआत

  1. विभिन्न सेवा प्रदाता एजेंसियों द्वारा ग्राहकों के आधार नंबर प्रयोग के दौरान उनकी निजी सूचनाओं के रिसाव होने की निरंतर आ रही खबरों को देखते हुये भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने दो स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था का शुभारंभ किया है
  2. इससे प्रमाणीकरण के समय आधार कार्डधारी व्यक्ति अपना मूल आधार नंबर के बजाय वर्चुअल आईडी (Virtual ID-VID) साझा करेगा। इसके साथ आंशिक केवाईसी वे साझा कर सकते हैं। अब कार्डधारियों को अपना 12 अंकों वाला आधार कार्ड संख्या साझा नहीं करना पड़ेगा।
  3. वर्चुअल आईडी 16 अंकों का एक अस्थायी आधार संख्या होगी।
  4. किसी दिये गये समय में किसी एक आधार संख्या के लिए केवल एक सक्रिय व वैध वर्चुअल आईडी होगी और इस वर्चुअल आईडी से मूल आधार संख्या प्राप्त करना संभव नहीं होगा।
  5. वीआईडी सत्यापन भी आाधार कार्ड संख्या सत्यापन के जैसा ही होगा।
  6. चूंकि वीआईडी अस्थायी प्रकृति की होगी इसलिए किसी एजेंसी द्वारा इसका दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
  7. सेवा प्रदाता एजेंसियों से मूल आधार पहचान को छिपा लिया जाएगा।
  8. एजेंसियों के साथ केवल उन सूचनाओं को ही साझा किया जाएगा जो जरूरत हो।
  9. उपर्युक्त वर्चुअल आईडी 1 जून, 2018 से प्रभावी होगी।

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