बैंक रिकैप्टिलाइजेशन योजना की घोषणा

 

  • केंद्र सरकार ने 24 जनवरी, 2018 को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पुनर्पूंजीकरण (Bank Recapitalisation) योजना का खाका प्रस्तुत किया। ज्ञातव्य है कि वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली ने 24 अक्टूबर, 2017 को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को कर्ज संकट से बाहर लाने के लिए बैंक रिकैप्टिलाइजेशन के द्वारा 2-11 लाख करोड़ रुपये बैंकों को विभिन्न माध्यमाें से देने की घोषणा की थी। उस समय विस्तृत खाका नहीं पेश किया गया था।

योजना की विशिष्टताएं

24 जनवरी, 2018 को बैंकों के पुनर्पूंजीकरण हेतु जो योजना प्रस्तुत की गई, उसकी प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

  • वर्ष 2017-18 के पूंजी निवेश योजना में पुनर्पूंजीकरण बॉण्ड के जरिए 80,000 करोड़ रुपए तथा बजटीय सहायता के रूप में 8,139 करोड रुपए शामिल है। 20 बैंकों को यह राशि मिलेगी। सर्वाधिक राशि आईडीबीआई बैंक को मिलेगी।
  • इस योजना से सभी सरकारी बैंकों की विनियामकीय पूंजी आवश्यकता पूरी होगी और अर्थव्यवस्था को अधिकाधिक उधार देने के लिए पूंजी वृद्धि के प्रति पर्याप्त धनराशि उपलब्ध होगी।
  • पुनर्पूंजीकरण सुदृढ़ सुधार पैकेज छः मूल विषयों या थीम पर शामिल हैं, जिनमें 30 कार्रवाई योजनाओं का भी उल्लेख है।
  • मौजूदा सुधार एजेंडा नवंबर 2017 में पीएसबी के वरिष्ठ प्रबंधन तथा सरकार के प्रतिनिधियों के बीच हुये पीएसबी मंथन द्वारा की गई सिफारिशों पर आधारित है।
  • सुधार एजेंडे की व्यापक संरचना ‘प्रभावी तथा उत्तरदायी पीएसबी’ है।
  • सरकार द्वारा पूंजी का निवेश सुधार के संबंध में पीएसबी के कार्यनिष्पादन के अनुरूप होगा। -पीएसबी के पूर्णकालिक निदेशकों को कार्यान्वयन हेतु उद्देश्य-वार सुधार सौंपे जाएंगे। इस संबंध में उनके कार्यनिष्पादन का मूल्यांकन बैंक बोर्ड द्वारा किया जाएगा।
  • ईएएसई (EASE): यह सुधार ‘ईएएसई’ संकल्पना पर आधारित है। इसका मतलब है: वर्द्धित (Enhanceed), पहुंच (Access), सेवा (Service) व उत्कृष्टता (Excellence)। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के ग्राहकों के बीच सेवा निष्पादन का आकलन करने के लिए ‘ईएएसई’ के रूप में स्वतंत्र एजेंसी के द्वारा एक सर्वेक्षण किया जाएगा। सर्वेक्षण के परिणाम को प्रतिवर्ष सार्वजनिक किये जाएंगे।

छह थीमः छह थीम निम्नलिखित हैं:

  • 1- उत्तरदायी बैंकिंग,
  • 2- ऋण बढ़ोत्तरी,
  • 3- उद्यमी मित्र के रूप में पीएसबी,
  • 4- वित्तीय समावेशन,
  • 5- डिजिटलाइजेशन तथा
  • 6- पीएसबी बैंकों का अपना ब्रांड
  • दरअसल मध्यम, लघु एवं सूक्षम उद्यमों (एमएसएमई) एवं आम नागरिक की बैंकिंग सेवाओं में पर्याप्त रूप से वृद्धि करने को सुगम बनाने के लिए पीएसबी के पुनर्पूंजीकरण तथा सुधार एजेंडा पर जोर दिया गया है।
  • इसमें प्रत्येक गांव में 5 किलोमीटर के भीतर बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता इलेक्ट्रॉनिक लेन-देन में किसी भी प्रकार के अप्राधिकृत डेबिट के मामले में 10 दिन के भीतर धनराशि की वापसी, बैंकिंग आऊटलेट पता करने के लिए एक मोबाइल ऐप और प्रत्येक अल्पसेवित जिले में एक मोबाइल एटीएम शामिल है।
  • सुधार एजेंडा ईएएसई (EASE) वे ग्राहक के प्रति उत्तरदायित्व के छः मूल विषयों पर आधारित है.

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