वैश्विक डिजिटल स्वास्थ्य भागीदारी शिखर सम्मेलन 2018

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जेपी नड्डा ने 19 फरवरी, 2018 को आस्ट्रेलिया के कैनबरा में आयोजित वैश्विक डिजिटल स्वास्थ्य भागीदारी शिखर सम्मेलन को संबोधित किया.

  • केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने ‘स्वास्थ्य सेवा सुधार क्षेत्र में डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता दिये जाने’ के विषय पर सभा को संबोधित किया।

स्वास्थ्य सेवाओं में आईसीटी तकनीक व भारत

  • स्वास्थ्य सेवा के चार क्षेत्रः केंद्रीय मंत्री ने भारत में किस प्रकार से स्वास्थ्य सुविधा सेवाओं में डिजिटल कार्यक्रम का इस्तेमाल किया जा रहा है, को रेखांकित किया। चार ऐसे महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं जहां पर भारत ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में डिजिटल तकनीक के प्रयोग को लागू किया है। ये हैंः स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने में सुधार, स्वास्थ्य एवं देखभाल मुहैया कराने के क्षेत्र के लोगों से नियमों के अनुपालन कराने के संबंध में, स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने के लिये योजना बनाने एवं प्रबंधन में नागरिकों को भागीदार बनाने के लिये एवं सरकारी सेवाओं में सुधार के लिये।
  • स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में व्यापक स्तर पर सूचना प्रौद्योगिकी प्रणाली को लागू किया है। एकीकृत स्वास्थ्य निगरानी कार्यक्रम, सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रबंधन, अस्पताल सूचना प्रणाली, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, ऑनलाइन सेवाओं, टेली-चिकित्सा, कार्यक्रम निगरानी जैसे कार्यों में इसका इस्तेमाल हो रहा है। इन पहलों से नीति निर्माण के लिए विश्वसनीय सूचनाएं और सटीक आंकड़े जुटाने में मदद मिलती है जिससे प्रभावी कार्यक्रम तथा बेहतर सेवाएं सुनिश्चित हो रही हैं।
  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य पोर्टलः भारत का राष्ट्रीय स्वास्थ्य पोर्टल नागरिकों के स्वास्थ्य से जुड़ीं विश्वसनीय सूचनाएं उपलब्ध कराता है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य पोर्टल स्वास्थ्य के लिए नागरिक पोर्टल की तरह कार्य करता है जो कि नागरिकों और अन्य साझेदारों को स्वास्थ्य से संबंधित जानकारियां विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध करा रहा है।
  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य पोर्टल का अब तक 2.6 मिलियन से अधिक लोग प्रयोग कर रहे हैं और नागरिकों ने 2.2 मिलियन से अधिक कॉल किए हैं। पोर्टल पर अभी 6 भारतीय भाषाओं में जानकारी उपलब्ध है और 6 और भारतीय भाषाओं को जोड़ने की योजना तैयार है।
  • अस्पताल सूचना प्रणालीः सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्तर तक सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में बेहतर दक्षता के साथ-साथ बेहतरीन ढंग से सेवाएं मुहैया कराना भी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अस्पताल प्रक्रियाओं के स्वचालन के लिए अस्पतालों में अस्पताल सूचना प्रणाली को क्रियान्वित किया जा रहा है।
  • ई-हॉस्पिटलः भारत में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र द्वारा विकसित ई-हॉस्पिटल है जिसे 173 से भी अधिक अस्पतालों में क्रियान्वित किया जाता है।
  • उन्नत कंप्यूटिंगः भारत में नोएडा स्थित उन्नत कंप्यूटिंग के विकास के लिए केंद्र द्वारा विकसित ई-सुश्रुत है जिसे 80 से भी अधिक अस्पतालों में कार्यान्वित किया जाता है।
  • ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली (ओआरएस): ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली (ओआरएस) का उपयोग सार्वजनिक क्षेत्र के तृतीयक देऽभाल अस्पतालों में ऑनलाइन टाइम ली जाती है। वर्तमान में लगभग 139 अस्पताल ओआरएस एप्लीकेशन का उपयोग कर रहे हैं।’
  • ‘माई हॉस्पिटल’: ‘माई हॉस्पिटल’ प्रणाली के जरिए सेवा उपलब्धता व्यवस्था में सुधार करने में मरीजों की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है जिसका उपयोग सार्वजनिक अस्पतालों द्वारा मुहैया कराई जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं पर मरीजों से प्राप्घ्त फीडबैक या प्रतिक्रिया के संग्रह के लिए किया जाता है। यह एप्लीकेशन सात विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध है और वर्तमान में 1067 से भी अधिक अस्पतालों को 23 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में कवर किया जाता है।



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