ट्राइडेंट जंक्चर 2018ः नाटो का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास

Photo credit: NATO
  • शीत युद्ध के पश्चात नाटो का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास ‘ट्राइडेंट जंक्चर 2018ः’ (Trident Juncture 2018) 25 अक्टूबर, 2018 को नॉर्वे में आरंभ हुआ। यह अभ्यास 7 नवंबर तक चलेगा।
  • इस अभ्यास में 29 नाटो देश व दो साझीदार देशों फिनलैंड व स्वीडेन के 50,000 सैनिक, 10,000 वाहन, 65 पोत व 250 वायुयान हिस्सा ले रहे हैं।
  • यह अभ्यास जल, थल व वायु, तीनों जगहों पर हो रहा है।
  • इस अभ्यास के कमांडर एडमिरल जेम्स जी. फॉगो हैं।
  • नाटो महासचिव के जेंस स्टोलेनबर्ग के अनुसार हाल के वर्षों में यूरोप का सुरक्षा माहौल खराब हुआ है। उनके मुताबिक यह अभ्यास सदस्य देशों एवं उसके संभावित शत्रुओं को यह संदेश देने के लिए है। उनके मुताबिक नाटो किसी देश से शत्रुता नहीं करना चाहता परंतु गठबंधन के सदस्यों को यह भरोसा दिलाना चाहता है कि उन पर किसी भी प्रकार के खतरा से उनकी रक्षा की जाएगी।
  • रूस इस अभ्यास के प्रति चेतावनी जारी की है।
  • ट्राइडेंट श्रृंखला का पहला अभ्यास 2015 में स्पेन व पुर्तगाल में आयोजित हुआ था।
  • 4 अप्रैल, 1949 को वाशिंगटन संधि पर हस्ताक्षर के साथ ही नाटो की स्थापना हुई। नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) के फिलहाल 29 सदस्य हैं। मॉण्टेनिग्रो इसका नवीनतम सदस्य है। वर्ष 2017 में मॉण्टेनिग्रो नाटो का सदस्य बना।

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